गलतफहमियां हैं या षड़यंत्र
हमारे देश में एक महामारी आती हैं जिसे कोरोना वायरस का नाम दिया गया है।
जिसका जन्म चीन में हुआ था, कहने को तो चमगादड़ के कारण फैली हुई है, लेकिन लगता नहीं कि यह प्राकृतिक बिमारी होगी, क्योंकि, प्राकृतिक बिमारी मौसमी होती हैं।
जबकि कोरोना वायरस कोई मौसम नहीं देखता, किसी भी वस्तु या व्यक्ति को स्पर्श करने पर भी फैल रहा है।
कभी कभी ऐसा लगता है कि या तो जानबूझकर ऐसा वायरस तैयार किया गया है जिससे, लोगों की जान जा सके, वैश्विक ताकत को कमजोर किया जा सके और विश्व की आर्थिक स्थिति खराब हो जाये।
फिर हम (जो वायरस के जनक हैं) ताकतवर बनकर हुकूमत कर सकते हैं।
या किसी रिसर्च में लापरवाही बरतने से गलत इफैक्ट हो गया है, जो धीरे धीरे आगे से आगे फैल गया हो।
आज पूरी दुनिया इस वायरस की सपेट में आ रही है, जो लोग ठीक भी हो रहे हैं वो भी , दूसरी बार संक्रमित हो सकते हैं,।
प्राकृतिक बिमारियों में दुबारा संक्रमित होने की संभावना नहीं रहती हैं।
दूर रहें, सावधान रहें, भारत के लिए , घर में रहें।
- देवा जांगिड़
सामाजिक विचारक